जयपुर के हवामहल से BJP विधायक बालमुकुन्द आचार्य का एक बयान इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा—"भगवान की फ़ोटो के साथ बिरयानी नहीं बेच सकते हैं", जिससे धार्मिक भावनाओं और व्यावसायिक आचरण को लेकर बहस छिड़ गई है।
विधायक का कहना है कि धार्मिक प्रतीकों और देवी-देवताओं की तस्वीरों का उपयोग खाने-पीने की दुकानों पर या व्यापारिक विज्ञापन में नहीं किया जाना चाहिए, खासकर ऐसे खाद्य उत्पादों के साथ जिन्हें कुछ वर्ग विशेष अपवित्र मानते हैं। उनका यह बयान स्थानीय दुकानों और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस बयान के बाद जनता की राय बंटी नजर आ रही है—कुछ लोग इसे धार्मिक भावनाओं की रक्षा बता रहे हैं, तो कुछ इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश कह रहे हैं।